Interview: कई गोल्ड मेडल जीत चुकी ज्योति बालियान का तीरंदाजी सफऱ

ज्योति ने अपनी जिंदगी से जुड़ी कई बातें हमसे साझा की। ज्योति ने बताया कि कैसे उनके स्कूल में अन्य बच्चे उनके पैर की परेशानी को देखकर उनका मजाक उड़ाते थे।

घूरते हो, मारते हो, आबरू से खेलते हो, नहीं चाहिए एक दिन का सम्मान, देना है तो रोज दो

भारत ही नहीं दुनिया में महिलाओं के साथ अपराध की घटनाएं सुनने को मिलती हैं। महिलाओं के सम्मान की इतनी ही फिक्र है तो उन्हें बुरी नजर से देखना बंद करो, तभी महिलाओं को असली सम्मान मिलेगा।