मेरी जिंदगी में बस ‘हीरो’ बनना रह गया था…

जिंदगी आपको जो भी देती है, आपको हर चीज स्वीकारनी चाहिए. चाहे आपकी जिंदगी में कोई ‘हीरो’ हो या नहीं. बचपन में परिवार का ‘हीरो’, जवानी में समाज और परिवार का ‘हीरो’, ऑफिस में बॉस का ‘हीरो’, शादी के बाद पत्नी और बच्चों का ‘हीरो’.